Jamia Student Safoora gets Bail : – सफूरा ज़रगर जिनको दिल्ली पुलिस ने इस साल 15 अप्रैल को दिल्ली हिंसा मामले मे गिरफ़्तार किया था,उनको इस सोमवार को दिल्ली हाई कोर्ट ने ज़मानत दे दी है , साथ ही हाई कोर्ट ने ज़मानत दिए जाने के साथ ही कुछ शर्ते भी रखीं हैं |
सफूरा को दिल्ली पुलिस ने 10 अप्रैल 2020 को गिरफ्तार क्या था। उन पर आरोप था कि उन्होंने दिल्ली में इस वर्ष फरवरी के महीने में हिंसा भड़काने का प्रयास किया है। दिल्ली हाईकोर्ट ने सफूरा को दस हज़ार रुपए के मुचलके पर जमानत पर रिहा किया है। कोर्ट ने उनके सामने यह शर्त भी रखी है, कि वह ऐसा कोई भी काम नहीं करेगी जिसकी वजह से उनकी आगे की जांच पर कोई भी असर पड़े। कोर्ट ने ये भी शर्त रखी, कि वो कोर्ट की बिना इजाजत के दिल्ली के बाहर नहीं जाएंगी। उन्हें हर 15 दिन में जांच अधिकारी से फोन पर बात भी करना होगा।
दिल्ली पुलिस का पक्ष्य
इससे पहले कोर्ट ने 26 मई के फैसले में सफूरा की हिरासत 25 जून तक बढ़ाई थी। इस सप्ताह सोमवार को सफूरा कि ज़मानत याचिका पर दुबारा सुनवाई होनी थी।
सफूरा की जमानत के विरोध में दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा था, कि पिछले 10 वर्षों में कई गर्भवती कैदियों का सफलतापूर्वक जेल के भीतर ही बच्चों का जन्म हुआ है। इसलिए सिर्फ गर्भवती होने के आधार पर सफूरा को जमानत नहीं दिया जाना चाहिए।
सफूरा की ज़मानत का केंद्र सरकार ने ही समर्थन किया है। सफुरा इस समय गर्भ के 23वे सप्ताह में हैं।
सफूरा के वकील का पक्ष्य
सफूरा की वकील नित्या रामकृष्णन ने अपना पक्ष्य रखते हुआ कहा की, सफूरा जो की पांच हफ्तों से गर्भवती है, उन्हें मानवीय आधार पर ज़मानत मिलनी चाहिए.